
सीहोर: भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने बयान की वजह से एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं. मध्य प्रदेश के सीहोर में एक क्षत्रिय सम्मेलन में संबोधित करते हुए उन्होंने शूद्र समाज के लोगों को लेकर विवादित बात कही है.
प्रज्ञा ठाकुर ने धर्मशास्त्र का हवाला देते हुए कहा, “जब हम किसी क्षत्रिय को क्षत्रिय कहते हैं तो उसे बुरा नहीं लगता है. यदि हम किसी ब्राह्मण को ब्राह्मण कहते हैं तो उसे बुरा नहीं लगता है. यदि हम किसी वैश्य को वैश्य कहते हैं तो उसे बुरा नहीं लगता है. लेकिन यदि हम किसी शुद्र को शुद्र कहते हैं तो वह बुरा मान जाता है. कारण क्या है? क्योंकि वे बात को समझते नहीं हैं.”
ये कैसे बयान हैं? क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो बुरा नहीं लगता, शूद्र को शूद्र कह दो बुरा लगता है? क्या ये. जातिवाद नहीं @narendramodi @jpdhanopiaINC @OfficeOfKNath @ndtvindia @ndtv @vinodkapri @anandrai177 @TCGEHLOT ये है जातिगत अवधारणा की समझ? @AunindyoC @manishndtv pic.twitter.com/Vt8I950Pmg
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) December 12, 2020
ममता बनर्जी पर भी की टिप्पणी
प्रज्ञा ठाकुर ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले को लेकर वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि वह पागल हो गई हैं. ठाकुर ने कहा, “वह (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) पागल हो गई हैं. वह तिलमिला गई. उनको समझ लेना चाहिए कि जहां पर वह शासन कर रही हैं वह भारत है, पाकिस्तान नहीं.”
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, ‘‘वह (ममता बनर्जी) हताश हो गई हैं, क्योंकि उनको लगने लगा है कि उनका शासन खत्म होने वाला है. ठाकुर ने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में बीजेपी का शासन आएगा और वहां हिंदू राज होगा.’’
PM मोदी ने प्रज्ञा ठाकुर को लगाई थी फटकार
प्रज्ञा ठाकुर के लिए विवादों को जन्म देना कोई नहीं बात नहीं रही है. वह अपने भड़काऊ बयानों को लेकर पहले भी सुखिर्यों में रही हैं. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फटकार लगाने के बावजूद ठाकुर संवेदनशील विषयों पर विवादास्पद बयान देती रहती हैं.
उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताया था. इसपर विपक्षी सदस्यों ने ऐतराज किया. इस पर मोदी ने कहा था कि ठाकुर ने अपने बयान के लिए भले ही माफी मांग ली हो लेकिन वह व्यक्तिगत रूप से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे.
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